400 साल के बाद है, ये शुभ घड़ी आई
400 साल के बाद है, ये शुभ घड़ी आई ।
अवध में राम आये है, सिया के राम आये है
अवध में राम आये है, सिया के राम आये है
हमारे राम आये हैं तुम्हारे राम आये है।
रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीता राम
रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीता राम।
हे राम, हे राम, हे राम, हे राम
जगत के स्वामी, अंतर्यामी,
मर्यादा पुरुषोत्तम, सबसे ज्ञानी,
राम ने धर्म दिया, राम ने कर्म किया,
पिता के वचन के खातिर, वन में प्रवास किया।
400 साल के बाद है, ये शुभ घड़ी आई
रघुकुल के शान आए हैं, मिथिला के मान आए हैं
हमारे राम आए हैं, तुम्हारे राम आए हैं।
राम ही सत्य है, राम ही तत्व है,
राम ही इस जग के, जीवन का चक्र है।
कण-कण में राम है, हर क्षण में राम है,
जीवन के बाद भी, राघव का नाम है।
400 साल के बाद है, ये शुभ घड़ी आई
महाबाला नाथ आए हैं, लखन भी साथ आए हैं
हमारे राम आए हैं, तुम्हारे राम आए हैं।
रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीता राम
रघुपति राघव राजा राम पतित पावन सीता राम।
हे राम, हे राम, हे राम, हे राम
राजा राम, राजा राम, राजा राम, राजा राम।
हे राम राजा राम, हे राम राजा राम, हे राम राजा राम
हे राम, हे राम, हे राम, हे राम।