अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे,
अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे,
तो हम कैसे भव से लगेंगे किनारे,
अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे,
अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे,
तो हम कैसे भव से लगेंगे किनारे,
अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे॥
पतितो को पावन है करते कृपानिधि,
पतितो को पावन है करते कृपानिधि,
पतितो को पावन है करते कृपानिधि,
पतितो को पावन है करते कृपानिधि,
पतितो को पावन करते कृपानिधि,
पतितो को पावन करते कृपानिधि,
किए पाप है इस सुयश के सहारे,
अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे॥
हमारे लिए क्यूँ देरी किए हो,
हमारे लिए क्यूँ देरी किए हो,
हमारे लिए क्यूँ देरी किए हो,
हमारे लिए क्यूँ देरी किए हो,
हमारे लिए क्यूँ देरी किए हो
हमारे लिए क्यूँ देरी किए हो,
गणिका अजामिल को पल भर में तारे,
अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे,
अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे॥
ये माना अधम है अपावन कुटिल है,
ये माना अधम है अपावन कुटिल है,
ये माना अधम है अपावन कुटिल है,
ये माना अधम है अपावन कुटिल है,
ये माना अधम है अपावन कुटिल है,
ये माना अधम है अपावन कुटिल है,
सबकुछ है लेकिन है भगवंत तुम्हारे,
अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे ॥
मन होगा निर्मल तुम्हारी कृपा से,
मन होगा निर्मल तुम्हारी कृपा से,
मन होगा निर्मल तुम्हारी कृपा से,
मन होगा निर्मल तुम्हारी कृपा से,
मन होगा निर्मल तुम्हारी कृपा से,
मन होगा निर्मल तुम्हारी कृपा से,
इसे शुद्ध करने में भक्त हारे,
अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे॥
तो हम कैसे भव से लगेंगे किनारे,
अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे,
अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे,
तो हम कैसे भव से लगेंगे किनारे,
अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे,
अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे,
तो हम कैसे भव से लगेंगे किनारे,
अगर नाथ देखोगे अवगुण हमारे,
अगर नाथ देखोगे....
अगर नाथ देखोगे....
अगर नाथ देखोगे....