सांसो की माला पे
सिमरु मै शिव का नाम
बोलो शिव शंकर की जय
बन जाये तेरे काम
सांसों की, सांसों की,
सांसो की माला पे
सिमरु मै शिव का नाम
हर प्राणी का मोल समझना
हर प्राणी का मोल समझना
ये सब है अनमोल
हो...हर प्राणी का मोल समझना
ये सब है अनमोल
शिव ही है हर प्राणी में
हर प्राणी शिव का धाम
सांसों की, सांसों की,
सांसो की माला पे
सिमरु मै शिव का नाम
दान करेगा क्या तू शिव को
ना बस का तेरे काम
दान करेगा क्या तू शिव को
ना बस का तेरे काम
सच्चे कर्मों की सेवा आयेगी तेरे काम
सांसों की, सांसों की
सांसो की माला पे
सिमरु मै शिव का नाम
शिव के रंग में ऐसे डूबी
बन गया एक ही रूप
शिव के रंग में ऐसे डूबी
बन गया एक ही रूप
शिव की माला जपते जपते
हो गयी सुबहो शाम
सांसों की, सांसों की,
सांसो की माला पे
सिमरु मै शिव का नाम
शिव का रूप है सबसे निराला
क्या जाने ये लोग
हो...शिव का रूप है सबसे निराला
क्या जाने ये लोग
शिव का नाम रटते रटते
होते सारे काम सांसों की
सांसों की, सांसों की
सांसो की माला पे
सिमरु मै शिव का नाम
बोलो शिव शंकर की जय
बन जाये तेरे काम
सांसों की, सांसों की,
सांसो की माला पे
सिमरु मै शिव का नाम