भजन
तेरे द्वार खड़ा भगवान,
भक्त भर दे रे झोली ।
तेरा होगा बड़ा एहसान,
के जुग जुग तेरी रहेगी शान,
भक्त भर दे रे झोली ।
डोल उठी है सारी धरती देख रे,
डोला गगन है सारा ।
भीख मांगने आया तेरे घर,
जगत का पालनहारा रे,
जगत का पालनहारा ।
मैं आज तेरा मेहमान,
कर ले रे मुझ से जरा पहचान,
तेरे द्वार खड़ा भगवान,
भक्त भर दे रे झोली ।
आज लुटा दे रे सर्वस्व अपना,
मान ले कहना मेरा ।
मिट जायेगा पल में तेरा,
जनम जनम का फेरा रे,
तू छोड़ सकल अभिमान,
अमर कर ले रे तू अपना दान,
भक्त भर दे रे झोली ।
तेरे द्वार खड़ा भगवान,
भक्त भर दे रे झोली।
डोल उठी है सारी धरती देख रे,
डोला गगन है सारा ।
भीख मांगने आया तेरे घर,
जगत का पालनहारा रे,
जगत का पालनहारा ।
मैं आज तेरा मेहमान,
कर के रे मुझ से जरा पहचान,
भक्त भर दे रे झोली ।
तेरे द्वार खड़ा भगवान,
भक्त भर दे रे झोली।
To Listen This Song 👇Singer and Lyricist : Kavi Pradeep,
Music Director : Avinash Vyas,