बिगड़ी बात बना दे राम,
नैया पार लगा दे राम,
युग युग से में भटक रहा,
युग युग से में भटक रहा,
अब तो राह दिखा दे राम,
बिगड़ी बात बना दे राम।
राम, हे राम, सियाराम, हे राम
घोर अँधेरा छाया है,
मन पंछी घबराया है,
मोह माया के चक्कर में,
ये मूर्ख भरमाया है,
अब तो अँधेरा दूर करो,
अब तो अँधेरा दूर करो,
ज्ञान का दीप जला दे राम,
बिगड़ी बात बना दे राम।
तुमने जीवन दान दिया,
कितना बड़ा एहसान किया,
हमने मगर उस जीवन का,
पग-पग पर अपमान किया,
जैसे है हम तेरे है,
भले बुरे प्रभु तेरे है,
गुण अवगुण बिसरा दे राम,
बिगड़ी बात बना दे राम,
नैया पार लगा दे राम।
राम, हे राम, सियाराम, हे राम