तुलसा की आई है बारात मेरे आंगन में,
और दूल्हा बने हैं शालिग्राम मेरे आंगन में।
तुलसा के माथे पर टीका सोहे,
बिंदिया पर आई है बहार मेरे आंगन में,
तुलसा की आई है बारात मेरे आंगन में।
तुलसा के गले में हरवा सोहे,
झुमको पर आई है बहार मेरे आंगन में,
तुलसा की आई है बारात मेरे आंगन में।
तुलसा के हाथों में कंगना सोहे,
मेहंदी पर आई है बहार मेरे आंगन में,
तुलसा की आई है बारात मेरे आंगन में।
तुलसा के अंगों पर साड़ी सोहे,
चुनरी पर आई है बहार मेरे आंगन में
तुलसा की आई है बारात मेरे आंगन में।
तुलसा के पैरों में पायल सोहे,
महावर पर आई है बहार मेरे आंगन में,
तुलसा की आई है बारात मेरे आंगन में।
ऐसी खुशियों की हुई है बरसात मेरे आंगन में,
तुलसा की आई है बारात मेरे आंगन में,
और दूल्हा बने हैं शालिग्राम मेरे आंगन में।