दीनानाथ, दीनानाथ अब बारी तुम्हारी
दीनानाथ अब बारी तुम्हारी
पतित उधारण दीन जानिकै
बिगरी देहु संवारी
दीनानाथ अब बारी तुम्हारी, दीनानाथ
बालापन खेलत ही खोया
बालापन खेलत ही खोया
यौवन विषरस मोही
वृद्ध भयो सुधि प्रगटि मोको
वृद्ध भयो सुधि प्रगटि मोको
दुःखित पुकारत तोहि
दुःखित पुकारत तोहि
दीनानाथ अब बारी तुम्हारी, दीनानाथ
नारी तजो सुत तजो भाई तजो
तन की त्वचा भई न्यारी
श्रवण ना सुनत चरण गति थाकि
श्रवण ना सुनत चरण गति थाकि
नैन भये जलधारी
नैन भये जलधारी
दीनानाथ अब बारी तुम्हारी, दीनानाथ
अब ये व्यथा दूर करने को
अब ये व्यथा दूर करने को
और न समरथ कोई
सूरदास प्रभु करुणा सागर
सूरदास प्रभु करुणा सागर
तुमसे होइ सो होइ
तुमसे होइ सो होइ
दीनानाथ अब बारी तुम्हारी
दीनानाथ अब बारी तुम्हारी
पतित उधारण दीन जानिकै
बिगरी देहु संवारी
दीनानाथ, दीनानाथ, दीनानाथ, दीनानाथ
दीनानाथ, दीनानाथ, दीनानाथ