माता भजन
जय कैला मैया की जय....
कैला मैया के भवन घुटुअन खेले लांगुरिया।
घुटुअन खेले लांगुरिया, सरपट दौड़े लांगुरिया॥
कैला मैया के भवन घुटुअन खेले लांगुरिया
माथे तिलक सिंदूर कोरे टोपी पहरी लाल।
पायन बाँधी पेजनी वो चले ठुमक के चाल ॥
कैला मैया के भवन घुटुअन खेले लांगुरिया
छोटी सी कृपान हाथ में छोटो सो त्रिशूल।
बिफर-बिफर खेले अंगना में बरसे नभ से फूल ॥
कैला मैया के भवन घुटुअन खेले लांगुरिया
दस देवी दस नाम है और रूप अनूप अनेक।
जैसी जाकी भावना तैसा ही फल देत ॥
कैला मैया के भवन में घुटुअन खेले लांगुरिया
बाबा मण्डल कहे हृद्य में भक्ति रखो संजो।
दूर दूर से आये यात्री, जय जय जय होय ॥
कैला मैया के भवन में घुटुअन खेले लांगुरिया