शिव भजन
भोले, शिव भोले, भोले, शिव भोले,
सुन ले तू दिल की पुकार,
ओ शंकर गौरी के नाम,
सत्यम शिवम् सुंदरम,
सत्यम शिवम् सुंदरम,
इन आँखों में सूरत है तेरी,
मन मंदिर में मूरत है तेरी।
होंठों पे नाम है तेरा, साँसों में तू है बसा,
सुन अविनाशी, सुन कैलाशी,
सुन गौरी के भोले पिया,
सुन अविनाशी, सुन कैलाशी,
सुन गौरी के भोले पिया,
हो इन आँखों में सूरत है तेरी,
मन मंदिर में मूरत है तेरी।
सुन डमरू की धुन, झूम उठे हर मन,
एक बार ये डमरू बजा दे,
गंगाधर ईश्वर भोले शंकर,
हर मन में भक्ति जगा दे।
त्रिनेत्र धारी तू है,
तू नीलकंठ कहलाये,
पहने सर्प की माला
और अंग भभूति लगाये,
पीके भंग प्याले, वर दे डाले,
ओ गौरी के भोले पिया,
पीके भंग प्याले, वर दे डाले,
ओ गौरी के भोले पिया,
इन आँखों में सूरत है तेरी,
मन मंदिर में मूरत है तेरी।
सुन डमरू की धुन, झूम उठे हर मन,
एक बार ये डमरू बजा दे,
गंगाधर ईश्वर भोले शंकर,
हर मन में भक्ति जगा दे।
तू है सबका दाता,
तू है सबका पालनहारा,
तेरी दया का भगवन ना था,
है ना कोई किनारा,
धूप कहीं छाया, सब तेरी है माया,
ओ गौरी के भोले पिया,
धूप कहीं छाया, सब तेरी है माया,
ओ गौरी के भोले पिया,
इन आँखों में सूरत है तेरी,
मन मंदिर में मूरत है तेरी।
होंठों पे नाम है तेरा, साँसों में तू है बसा,
सुन अविनाशी, सुन कैलाशी,
सुन गौरी के भोले पिया,
सुन अविनाशी, सुन कैलाशी,
सुन गौरी के भोले पिया।