राम राम श्री राम श्री राम
राम श्री राम श्री राम राम राम
ओ जग के बसानेवाले
ओ जग के बसानेवाले
मेरे मन की कुटिया बसाओ
ओ ज्योत जगानेवाले
मेरे मन का दीप जलाओ
ओ जग के बसानेवाले
मेरे मन की कुटिया बसाओ
राम राम भज राम राम भज राम राम
जब छोड़ी रतन नगरिया
जब छोड़ी रतन नगरिया
क्या भाएगी ये कुटिया
जब छोड़ी रतन नगरिया
क्या भाएगी ये कुटिया
रवि शशि चमकानेवाले
रवि शशि चमकानेवाले
ये जुगनू भी चमकाओ
ओ जग के बसानेवाले
मेरे मन की कुटिया बसाओ
राम राम भज राम राम
भज राम राम भज राम राम
ओ रूप सलौने श्यामल
तुम पवन तुम ही हो बादल
तुम पवन तुम ही हो बादल
ओ रूप सलोने श्यामल
तुम पवन तुम ही हो बादल
तुम पवन तुम ही हो बादल
सागर लेहराने वाले
सागर लेहराने वाले
मन गागर मे आ जाओ
ओ जग के बसानेवाले
मेरे मन की कुटिया बसाओ
राम राम भज राम राम
भज राम राम
तुम रहो मेरे नैनन मे
तुम रहो मेरे नैनन में
मैं पड़ा रहू चरणन मे
तुम रहो मेरे नैनन में
मैं पड़ा रहू चरणन में
माया फैलाने वाले
माया फैलाने वाले
माया से मुझे बचाओ
ओ जग के बसानेवाले
मेरे मन की कुटिया बसाओ
राम राम भज राम राम भज राम राम
भज राम राम भज राम राम
भज राम राम भज राम राम
भज राम राम भज राम