शिव भजन
ओम नमः शिवाय, ओम नमः शिवाय, ओम नमः शिवाय
ओम नमः शिवाय, ओम नमः शिवाय, ओम नमः शिवाय
ओम नमः शिवाय, ओम नमः शिवाय,
हे शंभो शिवाए महादेव तेरे दम से ये संसार है
हे शंभो शिवाए महादेव तेरे दम से ये संसार है
अगम है अगोचर है सर्वज्ञ है तू ब्रह्मांड के पार है
है अजर तू, अमर तू, अनादि, अनंत, स्वयंभू, महाकाल है
नीलकंठ, चंद्रभाल तू गगन से भी विशाल
विश्वनाथ, भोले शंकरा, हे दयाल हे कृपाल
काट दे ये मोह जाल, आदि योगी हे दिगम्बरा
ओ भोले
ओ...ओ...ओ...ओ...ओम नमः शिवाय, ओम नमः शिवाय
ओ...ओ...ओ...ओ...ओम नमः शिवाय, ओम नमः शिवाय
सूरज में तू है, किरणों में तू है, तुझसे खिली धूप है
गले सर्प माला, जटाओं में गंगा, अद्भुत तेरा रूप है
सूरज में तू है, किरणों में तू है, तुझसे खिली धूप है
गले सर्प माला, जटाओं में गंगा, अद्भुत तेरा रूप है
साकार तू है, निराकार तू है, और तू ही ओमकार है
और तू ही ओमकार है,
है तू भक्त वत्सल, तू सागर दया का,
जगत का तू आधार है
नीलकंठ, चंद्रभाल तू गगन से भी विशाल
विश्वनाथ, भोले शंकरा, हे दयाल हे कृपाल
काट दे ये मोह जाल, आदि योगी हे दिगम्बरा
ओ भोले
ओ...ओ...ओ...ओ...ओम नमः शिवाय, ओम नमः शिवाय
ओ...ओ...ओ...ओ...ओम नमः शिवाय, ओम नमः शिवाय
धरती से लेकर गगन तक महादेव
कण कण में तू व्याप्त है
किसी और की क्या जरूरत है मुझको
बस तू ही पर्याप्त है
धरती से लेकर गगन तक महादेव
कण कण में तू व्याप्त है
किसी और की क्या जरूरत है मुझको
बस तू ही पर्याप्त है
कहे बिन समझता है, तू बात मन की
ये कैसा चमत्कार है
ओम नमः शिवाय, ओम नमः शिवाय
ओम नमः शिवाय, कैसा चमत्कार है
तू ही प्रेम सागर, तू करुणा की गागर,
तू संसार का सार है
नीलकंठ, चंद्रभाल तू गगन से भी विशाल
विश्वनाथ, भोले शंकरा, हे दयाल हे कृपाल
काट दे ये मोह जाल, आदि योगी हे दिगम्बरा
ओ भोले
ओ...ओ...ओ...ओ...ओम नमः शिवाय, ओम नमः शिवाय
ओ...ओ...ओ...ओ...ओम नमः शिवाय, ओम नमः शिवाय