प्रीत में पूजे नाम तुम्हारा
गणपति जगत खिवैया
शिव नंदन अब आज हमारी
पार लगाना नैया
जय गणेश जय हो..
प्रीत में पूजे नाम तुम्हारा
गणपति जगत खिवैया
शिव नंदन अब आज हमारी
पार लगाना नैया
जय गौरी.. के लाला..॥
खजराना में आन विराजे
ये मेरे गणराज रे
रिद्धि सिद्धि के दाता देखो
ये मेरे महाराज रे
तुम ही दीन बंधु दुख हर्ता
तुम ही सर्व जगत के कर्ता
आन विराजो बिछी हुई है
आशाओं की छैयां
शिव नंदन अब आज
हमारीपार लगाना नैया
जय गौरी.. के लाला..॥
लेकर द्वार तुम्हारे आए
ये फूलों की माला
देखो हमको भूल ना जाना
तू सबका रखवाला
तुम ही दीन बंधु दुखहर्ता
तुम ही सर्व जगत के कर्ता
आन विराजो बिछी हुई है
आशाओं की छैयां
शिव नंदन अब आज हमारी
पार लगाना नैया
जय गौरी.. के लाला..॥
भक्ति का ज्ञान दे दे हमको
शक्ति की इच्छा दे दे
नस-नस मे हो प्रेम भावना
ऐसी इच्छा दे दे
तुम ही दीन बंधु दुख हर्ता
तुम ही सर्व जगत के कर्ता
आन विराजो बिछी हुई है
आशाओं की छैयां
शिव नंदन अब आज हमारी
पार लगाना नैया
जय गौरी.. के लाला..॥
प्रीत में पूजे नाम तुम्हारा
गणपति जगत खिवैया
शिव नंदन अब आज हमारी
पार लगाना नैया
जय गौरी.. के लाला..॥